Thursday, March 30, 2023

क्या है मेरी कहानी ?


मैं मरा हुआ हूँ या मेरी कहानी, 

क्या है मेरी कहानी ?

 वो जो मैं हूँ या कुछ और जो मैंने भी नही जाना अभी तक, 

मेरी कहानी वो बताता है, जो मैं हूँ ही नही, 

और जो मैं हूँ उससे मैं अब तक मिला नही, 

पर्दे पर जो है वो सच है या नाटक, 

किसने लिखा है मुझे, क्या हूँ मैं ?

 शायद एक गहरे अहंकार के बचे रहने की साजिश, 

या एक नायाब नन्हें परिंदे की उड़ने की नाकाम कोशिशें, 

या गहरे कोहरे के पीछे छुपा हुआ एक नन्हा सितारा, 

या ठंडी काली रात में जान बचाता एक बेज़ान लावारिस सड़क का पिल्ला, 

जो भी हूँ,  खुश नही हूँ,  अधूरा हूं,  अकेला हूँ,  बेचैन हूँ, 

अति से कम और कम से ज्यादा,  

अतीत में पनपा आज का एक धोखा हूँ,  

मैं सुबह भुलाए गए पिछ्ली शानदार रात सा छिछला हूँ.

Tuesday, March 7, 2023

नया सफर या फिर एक दोहराव



 नए सफर में कितना कुछ पीछे छोड सकता है इंसान,  

शायद यहि है असली सफलता का पैमाना, 

कुछ छोड पाते हैं कुछ वो सफर कभी शूरू ही नहि कर पाते, 

सबसे अभागे वो लोग हैं शायद,  जो उस सफर के बारे कभी सोचते भी नहि,  उस तलाब के रूके हुए गंदे ठहरे पानी की तरह,

तुम सच मे निकले या अभी भी पीछे ही हो कहीं,  बस एक भ्रम सा है शायद कि निकले,

क्या कभी कुछ पीछे छोड़ा, क्या कभी कुछ पीछे छोडना भी चाहा, नहि चाहा तो क्यों नहि चाहा,  क्यों चिपके पडे हो, क्यों नये से दूर हो, क्या है ये साजिश, 

क्या हम कहीं पहुंच सकते हैं?

क्या कुछ कभी नया भी होता है?

क्या बदलता है हमे? हमारे निर्णय? या कुछ और,  वो कुछ और क्या है?

हम ज्यादा जिंदा हैं या ज्यादा मरे हुए? 

आज इस सफर में थोड़ा ज्यादा जिंदा हो गया, सब कुछ नया करने की आस, फिर से जिंदा हो जाने की उम्मीद, और एक नयी शुरूवात की आशा. 

जाने क्या होगा, क्या सबकुछ मेरे बस मे है?

कौन है मेरे अन्दर जो मुझे रोकता है, सीमित करता है ?